आरटीआई अधिकारी
नाम: श्री यू० पी० सिंह
पदनाम: प्रधान सहायक
दूरभाष: +91-94527 32931
निदेशालय का पता: पंचायती राज विभाग, अलीगंज, लखनऊ
सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के अनुसार विभागीय मैनुअल

  मैनुअल 1- संगठन की विशिष्टयाँ, कृत्य एवं कर्त्तव्य

  मैनुअल 2- अधिकारियों एवं कर्मचारियों की शक्तियां एवं कर्त्तव्य

  मैनुअल 3- कृत्यों के निर्वहन हेतु नियन, विनियम, अनुदेश, निर्देशका और अभिलेख

  मैनुअल 4- नीति निर्धारण व कार्यान्वयन के सम्बन्ध में जनता या जनप्रतिनिधि से परामर्श के लिए बनायी गयी व्यवस्था का विवरण

  मैनुअल 5- लोक प्राधिकारी के पास या उनके नियंत्रण में उपलब्ध दस्तावेजों का प्रवर्गों के अनुसार विवरण

  मैनुअल 6- बोर्ड परिषदों समितियों एवं निकायों का विवरण

  मैनुअल 7- लोक सुचना अधिकारीयों के नाम पदनाम एवं अन्य विशिष्टियां

  मैनुअल 8- निर्णय लेने की प्रक्रिया

  मैनुअल 9- अधिकारियों की निर्देशिका

  मैनुअल 10- प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी द्वारा प्राप्त मासिक पारिश्रमिक और उनके निर्धारण की प्रति

  मैनुअल 11- प्रत्येक अभिकरण को आवंटित बजट

  मैनुअल 12- अनुदान /राज्य सहायता कार्यकर्मों के क्रियान्वयन की रीति

  मैनुअल 13- रियायतों, अनुग्यपनों तथा प्राधिकारों के प्राप्तिकर्ताओं के संबंधों में विवरण

  मैनुअल 14- कृत्यों के निर्वहन के लिए स्थापित मानक /नियम

  मैनुअल 15- एलेक्टोनिक रूप में उपलब्ध सूचनायें

  मैनुअल 16- सुचना प्राप्त करने के लिए नागरिकों को उपलब्ध सुविधाओं का विवरण

  मैनुअल 17- अन्य उपयोगी जानकारियां

57691

Gram Panchayats

826

Block Panchayat

75

District

56,642

Panchayat Bhawan

हमारे बारे में

पंचायती राज व्यवस्था (उ० प्र०) में ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, और जिला पंचायत आते हैं। पंचायती राज व्यवस्था आम ग्रामीण जनता की लोकतंत्र में प्रभावी भागीदारी का सशक्त माध्यम है। 73वाँ संविधान संशोधन द्वारा एक सुनियोजित पंचायती राज व्यवस्था स्थापित करने का मार्ग प्रशस्त किया गया है। 73वां संविधान संशोधन अधिनियम के लागू होते ही प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के पंचायत राज अधिनियमों अर्थात् उ.प्र. पंचायत राज अधिनियम-1947 एवम् उ.प्र. क्षेत्र पंचायत तथा जिला पंचायत अधिनियम-1961 में अपेक्षित संशोधन कर संवैधानिक व्यवस्था को मूर्तरूप दिया गया। राज्य सरकार द्वारा वर्ष 1995 में एक विकेन्द्रीकरण एवं प्रशासनिक सुधार आयोग का गठन किया गया था

विभागीय उपलब्धियाँ